Nashe Ki Aadat Kaise Chhode-नशे की लत कैसे छोड़ें
आदत हो या लत Nasha किसी भी चीज की हो वो बहुत ही नुकसान दायक होती है। नशे की लत हमें तो नुकसान पहुंचाती ही है साथ-साथ हमारे परिवार और करीबियों और दोस्तो को भी नुकसान पहुंचाती है।साथ-साथ परिवार और करीबियों को भी दुखों और परेशानियों के भंवर में खींच लेती हैै। शायद यही वजह है कि Prime Minister मोदी ने भी हाल में Drugs-Free-India कैंपेन की बात कही। दिल में ठान लें और सही तरीके से कोशिश करें तो ऐसी किसी भी तरह की लत से आसानी से दूर जाया जा सकता है।

क्या होती है बुरी लत(Nasha)
शराब Wine, सिगरेट Cigrate, ड्रग्स Drugs या गुटखा-खैनी का सेवन कम से कम मात्रा में भी शरीर को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन जब यह लत बन जाता है तो ये आदत हद्द से बाहर होने लगती है। बुरी लत का मतलब है कि जिस चीज की लत है, वह जब तक न मिले, पीड़ित बेचैन और असामान्य रहता है। जब वह चीज उसे मिल जाए तो वह Normal लगने लगता है लेकिन Real में वह अंदर से बहुत कमजोर और बीमार हो चुका होता है।
बुरी लत के लक्षण(Nasha)
• घबराहट, बेचैनी, चिड़चिड़ापन
• गुस्सा आना, मूड अचानक बदलना
• तनाव और मानसिक थकावट
• फैसला लेने में दिक्कत
• याददाश्त कमजोर पड़ना
• चीजों को लेकर कन्फ्यूजन होना
• नींद न आना
• सिर में तेज दर्द होना
• शरीर में ऐंठन और मरोड़ होना
• भूख कम लगना
• धड़कन का बढ़ना
• ज्यादा पसीना आना
• बिना बीमारी के उल्टी-दस्त होना
Nasha –“मेरा ये आर्टिकल लिख कर किसी को शर्मिंदा करना नही है। बस उन नोजवाँन दोस्तो के लिए है। जो इस बुरी आदत का शिकार बन गए है। जिंदगी का किसी का कुछ नही पता, लेकिन फिर भी जो मौत की तरफ जा रहा है उसको समझाना रोकना फ़र्ज़ है हम सभी का। नशा मुक्त भारत“”
लत लगने की वजह- Nasha
•अगर आपके या हमारे परिवार में या साथ मे कोई नशा (Nasha) करता है तो परिवार के दूसरे सदस्यों खासकर बच्चों में भी नशे की लत की संभावना बढ़ जाती है।
•माता पिता को लत है तो बच्चों में ऐसे लक्षण होते हैं, जो बच्चो को भी उस नशे की तरफ खींचते हैं।
•Experiment और Sex की इच्छा बढ़ाने की कोशिश में भी लोग नशे की तरफ जाते हैं। जो बहुत ही नुकसानदायक है। इसमे लड़का खुद या फिर लड़की बहुत बड़ी बीमारी का शिकार बन जाती है।
•घर में अगर कोई हमारे फायदे के लिए कुछ कहता है तो हम उनकी बातो को गलत ले जाते हैं। और गुस्से मे अच्छे काम की तरफ न जाकर, किसी नशे का सहारा लेने लगते है।
•खास मौके, जैसे कि Family Function,Festival, कोई भी खुशी का मौका आदि में कभी-कभी शराब लेने की बात करने वाले लोग धीरे-धीरे नशे के करीब आ जाते हैं। फिर यह लत इतनी हो जाती है कि वो चाह कर भी दूर नही जा सकते।
नशा ( Nasha ) करने से क्या क्या नुकसान है
•परिवार में रोजाना झगडा माँ-बाप,भाई-बहन या बीवी ही क्यों न हो सभी से लडाई शुरू हो सकती है ।इस नशे की लत की वजह से आपसी रिश्ते खराब हो जाते हैं। कई बार Nasha तलाक Divorce की वजह बनता है।
•पहले नशे की फालतू चीज के लिए फिजूल खर्ची और फिर बाद मे इलाज पर पैसा भी फालतू खर्च होता है।
•इसी नशे की वजह से काम धंधा छूट जाता है। पैसों की बहुत ही ज्यादा तंगी होने के बाद लोग नशे का शिकार ,चोरी जैसे गैर-कानूनी काम करने लग सकते है।
अपने ही बनाए नशे ( Nasha ) के हुए शिकार
कहावत है बिजली Light बनाने वाले को खुद बिजली ने नही देखा की ये मेरा मालिक है या नही, बस चपेट मे आया और दुनिया से अलविदा कह दिया। ऐसे ही ये नशा है जो किसी को नही देखता।
बहुत सालों से गुटखा बनाने का कारोबार चला रहे 52 साल के Vijay Tiwari ने शायद ये कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिस जहर को वह बना रहे हैं, खुद भी उसके शिकार हो जाएंगे। गुटखे की Quality जांच के लिए लगातार चखने की वजह से Vijay Tiwari को इसकी लत लग गई और वह कैंसर Cancer के शिकार हो गए।
अब उन्होंने गुटखे में इस्तेमाल होने वाली खुशबू बनाने के अपने बिजनेस को बंद करने का फैसला लिया है। Tiwari बताते हैं, ‘एक किलो केसर की कीमत 1.6 लाख रुपये है, लेकिन इसकी जगह जिस केमिकल फ्लेवर Chemical Flavor का इस्तेमाल किया जा सकता है, उसकी कुल कीमत 2300 रुपये प्रति किलोग्राम है। असली और नकली चीजों के दाम में इतना बड़ा अंतर होता है, इसलिए कोई भी गुटखा मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी असल खुशबू का इस्तेमाल नहीं करती है।’
कैसे छोड़े लत Kaise Chhode Latt Nasha?
मन में ठानें
•ये हक़ीक़त है कि जब तक आप खुद नहीं चाहेंगे, कोई और आपका नशा नहीं छुड़ा पाएगा। सबसे पहले मन में ठान लें कि आप नशा छोड़ना चाहते हैं।
•शुरू में अपनी बात पर अमल करने या टिके रहने में दिक्कत आएगी, लेकिन आपको अपने मन को मजबूत बनाये रखना है।
•लत छोड़ने की वजहों को दिन में बार-बार मन में दोहराएं। हो सके तो ऐसी जगह पर लिखकर लगा दें, जहां आपकी बार-बार नजर पड़ती हो।
दूरी बनाएं Nasha स
•कोई सा भी Nasha छोड़ने के लिए पहले नशे की मात्रा ज्यादा से ज्यादा कम करें। शराब पीते हो उसका पैग छोटा कर दें या सिगरेट पीने से पहले उसे तोड़कर छोटी कर दें।
•ज्यादा से ज्यादा ये कोशिश करे कि अपने पास लाइटर, माचिस, गुटखे की पुड़िया, तंबाकू रखना छोड़ दें।
• एक डायरी बनाएं और उसमें लिखें कि नशा Nasha कब और कितनी मात्रा में, किसके साथ लेते हैं। कोशिश करे की उसे बार-बार पढ़ें। अगर किसी खास मौके या किसी खास शख्स के साथ आप ज्यादा नशा करते हैं तो उसे हो सके तो नजर-अंदाज करे।
•ऐसे Brand का इस्तेमाल करें, जो आसानी से हर जगह न मिलते हों। इससे आप दूसरों से अलग भी दिखेंगे और आसानी से लत की चीजें आपको नहीं मिलेंगी।
•अपनी ऐशट्रे को साफ न करें। यह आपको याद दिलाती रहेगी कि आपने कितनी सिगरेट पीते है। हफ्ते भर में अपनी ऐशट्रे मे बुझी सिगरेट गिनें और निश्चय करें कि अगली बार संख्या कम हो।
फैमिली व दोस्तों की मदद लें
•अपनी Family का फोटो सामने रखें और उस पर बार-बार देखें कि आप Family के लिए और Family आपके लिए कितनी अहमियत रखती है।
• कोशिश करे की ज्यादा से ज्यादा अच्छे दोस्तो की मदद लें। अपने सभी दोस्तों और परिजनों से कह दें कि आपने शराब, सिगरेट या गुटखा छोड़ दिया है। इनके इस्तेमाल के लिए आपको मजबूर न करें।
•अकेले बिल्कुल न रहें। परिवार, खासकर छोटे बच्चों हों तो उनके साथ वक्त बिताएं। पालतू डॉग (pet animals)है तो उसके साथ भी वक्त बिता सकते हैं।
दूसरे ऑप्शन तलाशें
• Cigrate या Gutkhe की चाहत हो तो इनकी जगह इलायची ilaichi, सौंफ Sonph आदि ले सकते हैं।
• सिगरेट के ऑप्शन के रूप में ई-सिगरेट (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) या हर्बल सिगरेट यूज कर सकते हैं। हालांकि डल्यूएचओ ने ई-सिगरेट का विरोध किया है। फिर भी कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि कम मात्रा में इस्तेमाल की जाए तो ये सिगरेट छोड़ने में बहुत मददगार साबित हो सकती हैं। इनमें निकोटिन होता है, लेकिन कम मात्रा में।
• हर्बल सिगरेट आयुर्वेदिक दवाएं बनाने वाली कंपनियां बना रही हैं। इनमें कई तरह के पत्तों और जड़ों का इस्तेमाल होता है। हालांकि इनका धुआं भी अंदर जाता है, सो पूरी तरह सही नहीं है, पर नॉर्मल सिगरेट के मुकाबले इसका नुकसान बहुत कम है। 5-10 रुपये में आयुर्वेदिक दवाओं की दुकान पर मिल जाती है।
• Chew Gum च्यूइंग-गम के जरिए स्मोकिंग Smacking की लत कम कर सकते हैं। हालांकि ज्यादा खाने से इसकी भी लत लग सकती है और Doctor की सलाह के बिना इसे नहीं लेना चाहिए। इन सभी दवाओं को तब तब लेने की सलाह दी जाती है, जब-जब सिगरेट की बहुत ज्यादा तलब महसूस हो। धीरे-धीरे इसे कम किया जाता है। बाद में धीरे धीरे स्मोकिंग smacking की लत छूट जाती है। जो कभी-कभार शौकिया स्मोकिंग smacking करते हैं, उन्हें इन दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
• हमेशा पॉजिटिव रहें। फिजिकली एक्टिव रहें। पसंदीदा बुक्स पढ़ें। स्मोकिंग या अल्कोहल के नुकसान बताने वाली बुक अपने पास रखें। दिल को खुश करनेवाली फिल्में देखें और गाने सुनें।
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