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योग क्या है और इसके क्या क्या फायदे है?

योग (Yoga), सिर्फ एक आसन ही नहीं बल्कि एक ऐसी भारतीय संस्कृति है,जो आपके अपने शारीरिक और मानसिक रूप को स्वस्थ रखती है। ये भारतीय ज्ञान की लगभग 5 हजार साल पुरानी शैली है।  इसी योग की वजह से हमें कई बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। अक्सर ज़िदंगी की इस भाग भरी रेस में आगे बढ़ने के चक्कर में हम लोग अपना स्वस्थ्य का ख़्याल रखना ही भूल जाते हैं। दुनिया मे बहुत ही कम लोग होते हैं जो नियमित रूप और लगन से योगा करते हैं।

अपने शरीर को फिट रखने के लिए हम Gym जाते हैं, वहां बहुत सारी मशीनों के इस्तेमाल से शरीर को फिट रखने की कोशिश करते हैं। इसके साथ ही साथ जिम में काफी सारा पैसा भी खर्च कर देते हैं ,लेकिन योगा पर ध्यान नहीं देते।

एक शोध से पता चला है कि 70 फीसदी युवा योग (Yoga) की बजाए Gym Join करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि योग एक Slow Process  है। शायद ये लोग योग के फायदों से अनजान हैं।

yoga
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Yoga कसरत से कही गुना बेहतर है। आज के इस लेख में हम इसी के बारे में बात करेंगे।

योग क्या है – What is Yoga in Hindi

Yoga एक ऐसी प्रकिया हैं, जिसमें शरीर, तन-मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। यह लफ्ज़ , हिन्दू धर्म,बौद्ध धर्म और जैन धर्म में ध्यान प्रक्रिया से सम्बन्धित है।

योग संस्कृत के शब्द युज Yuzz से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है जुड़ना यानि बांधना। योग अब भारत से बौद्ध धर्म के साथ चीन, तिब्बत,जापान,श्रीलंका और दक्षिण पूर्व एशिया में भी फैल गया है और इस समय दुनिया में लोग इससे परिचित हैं।

इसे अब इतनी प्रसिद्धि मिल गयी है कि 11 December 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस (Yoga) के रूप में मनाने की मान्यता दी है।

Yoga योग, धर्म और आस्था से परे एक विज्ञान है। जिसे सभी लोगों को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। यह हमारे जीवन से जुड़े सभी, सामाजिक,आत्मिक,आध्यात्मिक, भौतिक, भावनात्मक सभी पहुलओं पर काम करता है।

Yoga- ये हमारे शरीर और मन के तालमेल को बनाने का एक बहुत ही अच्छा ज़रिए है। अगर आप नियमित रूप से योग करते हैं, तो इससे आपको कई सारे फायदे मिलते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घायु बनाता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमन्त्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी नें 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी

योग का जनक कौन है

Yoga की परम्परा हमारे भारत में हजारों सालों से चली आ रही है, योग दर्शन के प्रणेता महर्षि पतंजलि द्वारा ‘योग सूत्र’ की रचना से भी पहले से। भारतीय संस्कृति में आदियोगी शिव को पहला योगी माना गया है। उन्होंने ही भारत में योग विज्ञान की नींव डाली थी।

योग कैसे करे – How to do Yoga in Hindi

Yoga सुबह सुबह सूर्योदय से पहले एक से दो घंटे योग करने के लिए सबसे अच्छा समय है। यदि आपके लिए सुबह मुमकिन ना हो तो आप सूर्यास्त के समय भी योगा कर सकते हैं। लेकिन सुबह के समय योग करना सबसे ज्यादा बेहतर माना जाता है।

योग (Yoga )करते समय कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखें:

  • दिन में कोई समय योग के लिए निर्धारित कर लें, यह योग के लिए अच्छा होगा।
  • सभी आसन किसी योगा मैट  Yoga Met या दरी बिछा कर ही करें।
  • योग ऐसी किसी खुली जगह जैसे Park में कर सकते हैं, या आप घर में भी कर सकते है। 
  • बस आपको इतना ख्याल रहे की जगह ऐसी हो जहाँ आप खुल कल साँस और अच्छा अहसास कर सकें।

इसके सिवा योग करने के लिए आपको इसके नियमो की अच्छी जानकारी होनी चाहिए, ताकि आप गलत तरीके से योगा yoga करके अपना नुकसान ना कर लें।

योग के नियम – Rules of Yoga in Hindi

जब आप अपनी Routine Life में योग को शामिल करते हैं , तो आपको कुछ नियमों का ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप इनमे से कुछ सरल नियमों का पालन करेंगे, तो जरूर ही आपको योग अभ्यास का पूरा फ़ायदा मिलेगा।

  • आप खुद गलत योगा अभियास करने की बजाए किसी निर्देशक शिक्षक का सहारा लें।
  • योग को हमेशा सुबह के समय यानी सूर्योदय या सूरज के छिपने के समय यानी सूर्यास्त के समय ही करना चाहिए।
  • हमेशा ऐसे कपड़े पहन कर योग करे जिसे आराम महसूस हो।
  • योग करने से पहले आवश्य नहाएं।
  • खाली पेट योग करना लाज़मी है।
  • योग अभ्यास धैर्य और दृढ़ता से करें ताकि मन को शांति मिले।
  • योग करने के बाद याद रखे 30 मिनट तक कुछ न खाएं।
  • कम से कम योग करने के एक घंटे के बाद नहाएं।
  • हमेशा योग करने के बाद अंत में हमेशा श्वासन करें,जिसे बहुत बीमारी दूर हो जाती हैं।
  • हमेशा साफ- सुथरी जगह पर ही करें।
  • अपने शरीर के साथ ज़बरदस्ती बिल्कुल भी ना करें।
  • अगर आपको कोई  तकलीफ है तो Doctor से सलाह जरूर लें।

अष्टांग योग क्या है

हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के द्वारा शरीर, प्राण और मन की शुद्धि तथा ईश्वर की प्राप्ति के लिए आठ प्रकार के योग बताये हैं, जिसे अष्टांग योग कहते हैं। योग के ये आठ अंग हैं – यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा और समाधि।

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योग के प्रकार – Types of Yoga in Hindi

योग को कई तरह से और ये कई प्रकार का होता है ,लेकिन मुख्यता योग के 4 प्रमुख प्रकार होते हैं, जो कि नीचे लिखे और बताये गए हैं

1. राज योग Raaj Yog

राज का शाब्दिक अर्थ शाही होता है, और ये योग की इस शाखा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भाग है ध्यान। इस योग के आठ अंग है, जिस कारण से पतंजलि ने इसका नाम रखा था अष्टांग योग।

इस योग सूत्र में पतंजलि ने कुछ इस तरह उल्लेख किया है। यह 8 अंग इस प्रकार है,

यम (शपथ लेना), नियम (आचरण का नियम या आत्म-अनुशासन), आसन, प्राणायाम (श्वास नियंत्रण), प्रत्याहार (इंद्रियों का नियंत्रण), धारण (एकाग्रता), ध्यान (मेडिटेशन), और समाधि (परमानंद या अंतिम मुक्ति)।

2. कर्म योग

अगला प्रकार कर्म योग या फिर सेवा का मार्ग है,और हम में से कोई भी इस मार्ग से बच नही सकता है। कर्म योग का सिद्धांत यह है कि जो आज कुछ भी हम अनुभव करते हैं, वह हमारे कार्यों द्वारा अतीत में बनाया गया है।

इस कर्म योग के बारे में जागरूक होने से हम Present  को अच्छा Future बनाने का एक रास्ता बना सकते हैं। जो हमें नकारात्मकता और स्वार्थ से दूर होने के लिए मुक्त करता है। जब भी हम कोई अपना काम करते हैं, और अपना जीवन बिना किसी स्वार्थ रूप में जीते हैं और दूसरों की बहुत सेवा करते हैं, इस तरह से हम कर्म योग करते हैं।

3. भक्ति योग

भक्ति योग भक्ति यानी ईश्वर के मार्ग का वर्णन करता है। सभी के लिए सृष्टि में परमात्मा को देखकर, भक्ति योग भावनाओं को नियंत्रित करने का एक सकारात्मक तरीका है। भक्ति का मार्ग हमें सभी के लिए स्वीकार्यता और सहिष्णुता पैदा करने का अवसर प्रदान करता है।

4. ज्ञान योग

याद रखो यदि हम भक्ति को मन का योग मानते हैं, तो ज्ञान योग बुद्धि का योग है। इस रास्ते पर चलने के लिए योग के ग्रंथों और ग्रंथों के अध्ययन के माध्यम से बुद्धि के विकास की आवश्यकता होती है।इस ज्ञान योग को सबसे ही कठिन माना जाता है। इसमें गंभीर अध्ययन करना होता है , और ये उन लोगों को आकर्षित करता है जो बौद्धिक रूप से इच्छुक होते हैं।

योग के फायदे – Benefits of Yoga in Hindi

Yoga करने के बहुत सारे फायदे है, जहाँ Gym करने से सिर्फ हमारा Body Fit  रहती है वहीं योग हमे तन के साथ मन से भी मजबूत बनाता है, योग के कुछ benefit है।आओ सीखते हैं। 

1. शरीर की थकान मिटती है

जब भी हम योग करते हैं तो इसमें मांसपेशियां, सिकोड़ने, ऐंठने और खिंचाव जैसे कई क्रियाएं होती है। जिससे हमारे शरीर की थकान भी मिटती है और हम हर वक्त तरोताज़ा महसूस करते हैं। यदि आप नियमित रूप से योग करेंगे तो बेशक आपके शरीर में एनर्जी बनी रहेगी।

2. तनाव मुक्त जीवन

अगर हम अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करते हैं ,तो एक तनाव मुक्त जीवन पा सकते हैं। आज की इस भीड़ भरी दुनिया से लगता है कि आज हर दूसरा व्यक्ति तनाव में रहता है।

तनाव के कारण हम मे कई सारी बीमारिया पल जाती हैं, और फिर हम इन बीमारी के शिकार हो जाते हैं। इसीलिए योग आपको  Stress Free बनाता है। हमारे मन को भी शांति मिलती है अच्छी नींद आती है, डाइजेशन सही रहता है।

3. मन की शांति

योग से हमारे शरीर की मांसपेशियों का तो अच्छा व्यायाम होता ही है साथ ही इससे अपने मन को शांत रखने में भी बहुत मदद मिलती है। चिकित्सा शोधों ने ये साबित कर दिया है की योग शारीरिक और मानसिक रूप मे वरदान है।

योग से शरीर का तनाव दूर होता है और अच्छी नींद आती है।भूख भी अच्छी लगती है। इतना ही नहीं पाचन भी सही रहता है। इससे मन हमेशा शांत बना रहता है।और बहुत ही अच्छा एहसास होता है। 

4. संबंधों में सुधार

योग के द्वारा ही हमारे अपने आत्मीय जनों से सम्बन्ध सुधर जाते हैं। एक मन जो चिंतामुक्त, प्रसन्न अवं संतुष्ट हैं, वह संबंधों को अच्छा निभाता हैं। योग और ध्यान मन को प्रसन्नता और शांति देते हैं। ये हमे आत्मीयजनों से सुन्दर सम्बन्ध बनाने की क्षमता प्रदान करता है।

5. ऊर्जावान रहेगा शरीर

हमारी Busy Life  में हर दिन हम कई सारी परेशानियों का सामना करते हैं। काम का Stress होने के कारण बेशक हम शरीर और मन दोनों से थक जाते हैं। जैसे शरीर की ऊर्जा ही ख़त्म हो जाती है।

लेकिन आप अपनी जीवन-शैली में योग को अपनाते हैं तो यकीन मानो आप खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे। ऐसे बहुत से लोग है जो योग करते है और बुढ़ापे में भी जवान नज़र आते है।

6. वजन नियंत्रण

दुनिया में 70% लोग मोटापे के शिकार हैं। लेकिन हम योग को अपनी जीवन-शैली में शामिल कर मोटापे पर कंट्रोल कर सकते हैं। योग करने से शरीर लचीला होता है।

7. ब्लड शुगर लेवल करे कंट्रोल

योग से आप अपने Blood Sugar लेवल को भी कंट्रोल कर सकते है , और बढ़े हुए Blood Sugar  लेवल को घटा सकते है। डायबिटीज रोगियों के लिए योग बहुत ही फायदेमंद है। साथ ही ये  बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है।

8. रोग मुक्त शरीर

Yoga से हमारा शरीर निरोग बनता है, क्योंकि इससे हमें बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। बहुत ऐसी बीमारियों में जैसे दिल की बीमारी, डायबिटीज और अस्थमा जैसी बीमारियों में योग करने की सलाह भी दी जाती है।

योग से Blood Sugar लेवल कंट्रोल होता है और सांस संबंधी बीमारी भी जड़ से खत्म हो जाती हैं। इसीलिए हम हर रोज योग करते हैं तो आप स्वस्थ रहेंगे।

Yoga हमारी मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है और शरीर से Extra Fat को कम करता है। साथ ही हमारे पाचन तंत्र को भी मज़बूत बनाता है।

9. हमेशा रहेंगे जवान

योग न सिर्फ आपको चेहरे पर Glow लाता है ,बल्कि हमेशा आपको जवान रहने में भी मदद करता है, क्योंकि योगा  से शरीर के अंदर की ग्रंथियां अपना काम ढंग से करती है।

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